प्रस्तावना
आजकल की तेजी से बदलती दुनिया में, माता-पिता अपने बच्चों के भविष्य को लेकर अत्यधिक चिंतित रहते हैं।
क्या है Helicopter Parenting? बच्चों को सुरक्षित, सफल और खुशहाल जीवन देने की इस चिंता ने एक नई पेरेंटिंग शैली को जन्म दिया है,
जिसे ‘हेलिकॉप्टर पेरेंटिंग’ कहा जाता है। यह प्रवृत्ति बच्चों के मानसिक और भावनात्मक विकास पर
गहरा प्रभाव डाल रही है, जिसके बारे में चर्चा करना अत्यंत आवश्यक है।
परिचय
क्या है हेलिकॉप्टर पेरेंटिंग? ‘हेलिकॉप्टर पेरेंटिंग’ शब्द का उपयोग उन माता-पिता के लिए किया जाता है जो
अपने बच्चों के जीवन के हर पहलू में अत्यधिक हस्तक्षेप करते हैं। यह शब्द पहली बार 1969 में
डॉ. हैम गिनॉट की पुस्तक “Parents & Teenagers” में सामने आया था।
तब से, यह एक प्रचलित प्रवृत्ति बन गई है जो बच्चों की स्वतंत्रता और आत्मनिर्भरता को बाधित कर रही है।
हेलिकॉप्टर पेरेंटिंग क्या है?
क्या है हेलिकॉप्टर पेरेंटिंग? यह वह शैली है जिसमें माता-पिता अपने बच्चों की हर गतिविधि पर निगरानी रखते हैं
और उनके जीवन के हर निर्णय में हस्तक्षेप करते हैं। वे बच्चों की समस्याओं को हल करने,
उनके निर्णय लेने की प्रक्रिया को नियंत्रित करने और उन्हें हर संभावित खतरे से बचाने की कोशिश करते हैं।
इसका उद्देश्य बच्चों को सुरक्षा और समर्थन प्रदान करना होता है, लेकिन यह उनकी स्वतंत्रता और आत्मनिर्भरता
को प्रभावित करता है।
हेलिकॉप्टर पेरेंटिंग के कारण
- सुरक्षा की चिंता: माता-पिता को अपने बच्चों की सुरक्षा की अत्यधिक चिंता होती है, जिससे वे हर समय उनके आसपास रहना चाहते हैं।
- प्रतिस्पर्धात्मकता: वर्तमान प्रतिस्पर्धात्मक समाज में माता-पिता अपने बच्चों को सफल बनाने के लिए उन पर अत्यधिक ध्यान देते हैं।
- असुरक्षा की भावना: कुछ माता-पिता अपने बच्चों के भविष्य को लेकर असुरक्षित महसूस करते हैं और इसलिए वे उनके जीवन के हर पहलू में हस्तक्षेप करते हैं।
- संसाधनों की उपलब्धता: तकनीकी संसाधनों की अधिकता से भी माता-पिता को अपने बच्चों की गतिविधियों पर नजर रखने में आसानी होती है।
हेलिकॉप्टर पेरेंटिंग का निवारण
- विश्वास विकसित करना: बच्चों पर विश्वास करना और उन्हें अपनी गलतियों से सीखने का अवसर देना चाहिए।
- स्वतंत्रता देना: बच्चों को छोटे-छोटे निर्णय लेने की अनुमति देना जिससे वे आत्मनिर्भर बन सकें।
- समय का प्रबंधन: बच्चों के साथ समय बिताना लेकिन उन्हें व्यक्तिगत समय भी देना।
- मार्गदर्शन करना: सलाहकार की भूमिका निभाना और बच्चों को अपने निर्णय लेने के लिए प्रोत्साहित करना।
क्या है Helicopter Parenting? मनोवैज्ञानिक क्या कहते हैं?
क्या है Helicopter Parenting? हेलिकॉप्टर पेरेंटिंग के खतरे
- आत्मनिर्भरता की कमी: बच्चे अपने निर्णय लेने और समस्याओं का समाधान करने में सक्षम नहीं होते।
- तनाव और चिंता: बच्चों में तनाव और चिंता की समस्या बढ़ सकती है क्योंकि वे हमेशा अपने माता-पिता की अपेक्षाओं के दबाव में रहते हैं।
- सामाजिक कौशल की कमी: बच्चों में सामाजिक कौशल की कमी हो सकती है क्योंकि उन्हें हर समय माता-पिता का समर्थन मिलता है।
- नवीनता और रचनात्मकता की कमी: बच्चे नए विचारों और रचनात्मकता में कमी महसूस कर सकते हैं क्योंकि उनके पास अपनी गलतियों से सीखने का अवसर नहीं होता।
निष्कर्ष- क्या है हेलिकॉप्टर पेरेंटिंग?
हेलिकॉप्टर पेरेंटिंग एक गंभीर सामाजिक मुद्दा है जो बच्चों के मानसिक और भावनात्मक विकास को प्रभावित कर सकता है। इसे समझना और इसे नियंत्रित करने के लिए आवश्यक कदम उठाना माता-पिता की जिम्मेदारी है। बच्चों को स्वतंत्रता, विश्वास और समर्थन प्रदान करना उनकी स्वस्थ विकास के लिए आवश्यक है। मनोवैज्ञानिकों के मार्गदर्शन में, हम इस समस्या का समाधान खोज सकते हैं और अपने बच्चों के उज्जवल भविष्य की दिशा में एक सकारात्मक कदम उठा सकते हैं।